एक मुलाक़ात, शिक्षा तरु के साथ – गोपाल खण्डेलवाल जी

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आदरणीय दर्शकों, शिक्षा तरु के लोकप्रिय टॉक शो ” एक मुलाक़ात, शिक्षा तरु के साथ” की अगली कड़ी में हम आपकी मुलाक़ात करवा रहे हैं, एक ऐसे व्यक्तित्व से, जिन्होंने अपनी जिजीविषा और असाधारण इक्षाशक्ति से अपने जीवन को एक मिसाल बना दिया और गरीब बच्चों के लिए शिक्षा का मशाल बन गये.
जी हाँ दर्शकों, हम बात कर रहे है मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के दिव्यांग शिक्षक आदरणीय गोपाल खण्डेलवाल जी की. वर्ष 1996 में एक एक्सीडेंट में श्री खण्डेलवाल जी का कमर का नीचे का हिस्सा स्थायी रूप से निष्क्रिय हो गया. इस सदमे से आहत होकर उनके माता-पिता ने दम तोड़ दिया. उनकी स्थिति देखकर उनके आर्थिक रूप से कमजोर भाई-बहनों ने भी उन्हें अपने पास रखने से मना कर दिया. ऐसे में मित्रता की मिसाल प्रस्तुत करते हुए इनके मित्र श्री अमित दत्ता जी ने इन्हें अपने गाँव “पत्ती का पुरा”, जिला मिर्जापुर,उत्तर प्रदेश में एक छोटा सा घर बनाकर रहने को दिया.
तब से अब तक श्री खंडेलवाल जी ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. इन्होंने अपने आसपास के बच्चों को बुलाकर पढ़ाना शुरू किया और धीरे-धीरे आसपास के कई गाँव के बच्चे इनके पास पढ़ने आने लगे. इनके इस नेक कार्य में इनके कई मित्र समय समय पर अर्थदान करते हैं. इनके “नोवल शिक्षा संस्थान, मिर्जापुर” में पिछले 20 वर्षों में 2000 से भी ज्यादा बच्चे ज्ञान अर्जित कर सम्मानित तरीके से अपना जीवन यापन कर रहे हैं.
आदरणीय खण्डेलवाल जी के बच्चों ने विख्यात TV कार्यक्रम “India’s Best Dramebaj “में अपनी शिरकत की और अपने सर के साथ सम्मान प्राप्त किया. इसी वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने भी श्री गोपाल खण्डेलवाल जी को एक प्रेरणास्रोत शिक्षक के सम्मान से सम्मानित किया है.
आदरणीय गोपाल खण्डेलवाल जी के जीवन के कई औऱ पहलूओं पर हमारी बातचीत होगी आपके खास कार्यक्रम “एक मुलाकात, शिक्षा तरु के साथ” में दिनांक 20. 12. 2020 को सायं 05 बजे. हमारे कार्यक्रम से जुड़ने का विनम्र आमंत्रण स्वीकार करें.
आभार: शिक्षा तरु परिवार.

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